पहली बार अंतरिक्ष यात्री भी सीखेंगे योग, 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की आधिकारिक घोषणा

 

नई दिल्ली.अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पहली बार अंतरिक्ष यात्री भी योग करते दिखाई देंगे। इसके लिए आयुष मंत्रालय और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की संयुक्त पहल अंतरिक्ष के लिए योग शुरू की गई। केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने बताया कि ‘योगा फॉर स्पेस’ नाम से एक अनूठी पहल आयोजित की जा रही है। इसरो के सभी वैज्ञानिक और अधिकारी कॉमन योग प्रोटोकॉल के दिशा-निर्देशों के अनुसार एक साथ योग करेंगे।  गनयान परियोजना की टीम भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के वैश्विक अभियान में योगाभ्यास कर भाग लेगी। आगामी 21 जून को 10वां ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ मनाया जाएगा। इस बार जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में सबसे बड़ा कार्यक्रम होगा जिसमें पीएम मोदी के साथ हजारों लोग योगाभ्यास करेंगे। आयुष राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने बताया कि इस वर्ष की थीम ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ के महत्व पर जोर दिया, जो व्यक्तिगत और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने में योग की दोहरी भूमिका को उजागर करता है।

दस वर्ष में चार गिनीज बुक रिकॉर्ड

केंद्रीय आयुष सचिव राजेश कोटेचा ने बताया कि बीते 10 साल में योग दिवस ने चार गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड बनाए हैं। 2015 में 35,985 भारतीयों ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ राजपथ पर योग किया। एक स्थान पर योग सत्र में कुल 84 देशों ने भाग लिया। तीसरी बार 2015 में कोटा में करीब 1.05 लाख लोगों ने एक साथ योगाभ्यास किया। वहीं, 2023 में मध्य प्रदेश के जबलपुर में आयोजित योग कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति की अगुवाई में दुनिया भर से लगभग 23.4 करोड़ लोगों ने भाग लिया।

दृष्टिबाधित भी आसानी से सीख सकेंगे आसन

जाधव ने दृष्टिबाधित लोगों के लिए योग को आसानी से सीखने और अभ्यास करने के लिए ‘सामान्य योग प्रोटोकॉल पुस्तक ब्रेल’ स्क्रिप्ट का शुभारंभ किया। मंत्री ने बच्चों के लिए ‘प्रोफेसर आयुष्मान’ नामक एक कॉमिक बुक भी लॉन्च की। मंत्रालय की ओर से कई प्रतियोगिताओं का शुभारंभ किया है। एक पहल ‘परिवार के साथ योग’ वीडियो प्रतियोगिता है, जिसे भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के साथ मिलकर माई गर्वमेंट प्लेटफॉर्म पर आयोजित किया गया है। यह प्रतियोगिता दुनियाभर के परिवारों को समारोहों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के ग्राम पंचायत प्रमुखों से योग और मोटे अनाज के बारे में लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का आग्रह किया है। उन्होंने ग्राम प्रधानों को लिखे पत्र में कहा है कि इसके जरिये समग्र स्वास्थ्य को जन-आंदोलन बनाया जाए। प्रधानमंत्री ने हाल में लिखे इस पत्र में कहा कि पंचायत परिसरों, स्कूलों, आंगनबाडिय़ों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर योग आधारित कार्यक्रमों का आयोजन लोगों खासकर युवाओं को स्थायी और तनावमुक्त जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करने वाला साबित होगा। 

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