जून में गर्मी ने तोड़ा रिकार्ड, जुलाई में सामान्य से 106 फीसद ज्यादा बारिश होने के आसार

नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि जुलाई बारिश अपना बहुत विकराल रूप दिखाएगी। मॉनसून की चाल के कारण सामान्य से अधिक वर्षा होगी। इससे प्रभाव से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और मध्य भारत की नदियों में बाढ़ प्रभावी रहेगा। बाढ़ से जूझ रहे पूर्वोत्तर को थोड़ा राहत मिलेगी। यहां सामान्य से कम बारिश होगी। IMD ने बताया कि पूरे देश में जुलाई की औसत बारिश सामान्य से अधिक होने की संभावना है जो लंबी अवधि के औसत 28.04 सेमी से 106 प्रतिशत अधिक रह सकती है। पूर्वोत्तर भारत और उत्तर-पश्चिम, पूर्व और दक्षिण-पूर्वी प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों को छोड़ अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होगी। इस माह कुछ क्षेत्रों में बहुत भारी बारिश होगी।

IMD प्रमुख ने बताया है कि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर और पश्चिमी हिमालय की तराई में सामान्य से अधिक बारिश होगी। यहां बादल फटने के साथ भारी वर्षा से भूस्खलन होगा। यहां से कई नदियां निकलती हैं तो बाढ़ के रूप में विनाशकारी प्रभाव होंगे। मध्य भारत में भी गोदावरी, महानदी और अन्य नदी घाटियों में सामान्य से अधिक बारिश होगी। इसके कारण यहां भी बाढ़ देखने को मिलेगी।

नेपाल के अंतरराष्ट्रीय एकीकृत पर्वतीय विकास केंद्र (ICIMOD) के विशेषज्ञों ने भी इस बार बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल और पाकिस्तान सहित हिंदुकुश हिमालयी क्षेत्र के देशों के लिए मानसून के दौरान मौसम की चरम घटनाओं की चेतावनी जारी की है। ICIMOD की समन्वयक मंदिरा ने बताया है कि 2023 में हिंदुकुश हिमालयी देशों के औसत से कम वर्षा हुई थी। इसके बावजूद इस यह क्षेत्र कई बार विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित हुआ। 2023 में जुलाई और अगस्त में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में और अक्टूबर में पूर्वी हिमालय में तीस्ता नदी में विनाशकारी बाढ़ आई थी।

जून में हुई सामान्य से कम बारिश

भारतीय मौसम विभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने बताया है कि भारत में इस बार जून में सामान्य से 11 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है। इसके लिए मौसम प्रणालियों की कमी को कारण माना गया है। इसके कारण देश के उत्तरी और पूर्वी क्षेत्र में मानसून की धीमी प्रगति को जिम्मेदार ठहराया।

मौसम विभाग ने बताया है कि अब गर्मी नहींं होगी। पश्चिमी तट को छोड़कर अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहेगा। उत्तर-पश्चिम भारत और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में गर्मी कम रहेगा। मध्य भारत, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत और पश्चिमी तट पर सामान्य से अधिक तापमान रहने की संभावना है। उत्तर-पश्चिम के कुछ हिस्सों और मध्य भारत, दक्षिण-पूर्वी प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश में न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने का अनुमान है।

जून की गर्मी ने तोड़ा 123 साल का रिकार्ड

मौसम विभाग ने बताया कि इस बार जून में रिकार्डतोड़ गर्मी पड़ी है। इससे पहले 1901 में इस तरह की गर्मी पड़ी थी। जून में इस बार औसत तापमान 31.73 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के प्रमुख ने कहा कि जुलाई में हम पूरे देश में अच्छी बारिश की उम्मीद कर रहे हैं।

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