नारायणपुर । भारत सरकार द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत देश के दुरस्त और पंहुचविहीन क्षेत्रों में स्वच्छ पेच जल उपलब्ध करने का कार्य तेजी से जारी है। जिले के ग्राम मुरहापदर विकासखण्ड ओरछा के बस्तर अंचल का सुदूर नक्सल प्रभावित वनाच्छादित ग्राम है। यह जनजाति बहुल्य ग्राम जिला मुख्यालय से लगभग 25 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। ग्राम के वर्तमान जनसंख्या लगभग 104 है, जिसमें से 55 पुरूष व 49 महिला है। ग्राम में कुल 31 परिवार निवासरत है।
कुछ सालों तक यह ग्राम अत्यंत पिछड़ा होने के कारण ग्राम में मुलभूत सुविधाओं का अभाव रहा है, जहां वर्तमान में शिक्षा हेतु एक प्राथमिक शाला व एक आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित है। पूर्व में ग्रामवासी पेयजल हेतु ग्राम में स्थापित 03 नग हैण्डपम्प पर आश्रित थे, जिसके कारण ग्राम की महिलाएं पेयजल हेतु घरों से बाहर निकल कर हैण्डपम्प से पानी संग्रहित करते थे। आज भारत शासन के महत्वकांक्षी योजना जल जीवन मिशन के कारण वर्ष 2022 में ग्राम मुरहापदर हेतु एकल नल-जल प्रदाय योजना की स्वीकृति लागत 31 लाख 45 हजार रुपये प्राप्त हुई तथा वर्ष 2022 में ही योजना का कार्य प्रारंभ हुआ।
योजना अंतर्गत ग्राम के सभी 31 परिवारों को क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन से जोड़ा गया, तथा इसके लिए ग्राम में स्थापित 02 नलकूपों पर सोलर पावर पम्प एवं 10-10 केएल टंकी स्थापना करते हुए 24 घण्टे पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित किया गया। इस प्रकार वर्ष 2023 में योजना के क्रियान्वयन पश्चात ग्राम मुरहापदर को ‘‘हर घर जल ग्राम’’ घोषित किया गया। अब ग्राम के महिलाओं को पेयजल हेतु घर से बाहर निकल कर हैण्डपम्पों पर लाईन लगाने की जरूरत नहीं पड़ती और न ही झरिया के पानी पर आश्रित रहना पड़ता है। जल जीवन मिशन के कारण ग्राम मुरहापदर विकास की ओर एक पायदान आगे बढ़ते हुए पेयजल के क्षेत्र में आत्म निर्भर हो गया है।
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