इसी प्रकार सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताएं भी शिविर स्थल पर ही सपन्न होगी। इसके सफल संचालन हेतु प्रभारियों एवं निर्णायक दल का गठन किया जाएगा। निर्णायक उस विधा के जानकार को रखा जाएगा। सभी प्रकार के प्रशिक्षण एवं कार्यशाला राज्य शाखा एवं जिले में उपलब्ध प्रशिक्षकों के द्वारा दी जाएगी। साथ ही रेडक्रॉस के इतिहास, संगठन एवं रेडक्रॉस की गतिविधियों के विषयों पर प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
सभी प्रतिभागियों को पंजीयन के दौरान एक किट दिया जाएगा। इस किट में शिविर पुस्तिका, पेन, बैच, कैप. स्कार्फ, वागल रहेगा। शिविर स्थल में ही लगभग 20-30 स्टालों निर्माण किया जाएगा। जिसमें छत्तीसगढ शासन के विभागों के द्वारा प्रदर्शनी, माडल की स्थापना की जाएगी। अस्पताल के लिए शिविर स्थल परिसर में रूम में अस्थाई अस्पताल के निर्माण किया जाएगा, जिसमें 24 घंटे स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद रहेंगी। सभी प्रतिभागियों को दुर्ग जिले में स्थित छत्तीसगढ़ राज्य गौरव भिलाई इस्पात संयंत्र, प्रसिद्ध मैत्रीबाग, आईआईटी भिलाई सहित जिले आसपास दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा। इसके लिये टीम भी बनायी जाएगी।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत शिविर में सभी प्रतिभागियों, रेडक्रॉस के अधिकारियों एवं सम्मानित निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के साथ दुर्ग शहर में निश्चित स्थानों पर स्थानीय निकाय के सहयोग से स्वच्छता सेवा कार्यक्रम किया जाएगा। इसके लिये रेडक्रॉस की टीम एवं स्थानीय निकाय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा संचालन किया जाएगा।
रेडकास का इतिहास, संगठन, गतिविधियां, प्राथमिक उपचार, यातायात नियम, एडस् जागरूकता, आपदा प्रबंधन, सहित अन्यों विषयों पर प्रशिक्षण एवं कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। जिले से लगभग 300 जूनियर, यूथ रेडक्रॉस एवं काउंसलर भाग लेंगे। बैठक में नगर निगम भिलाई के आयुक्त देवेश ध्रुव, सहायक कलेक्टर एम. भार्गव, जिला पंचायत के सीईओ अश्वनी देवांगन, नगर निगम दुर्ग के आयुक्त लोकेश चन्द्राकर, नगर निगम रिसाली के आयुक्त मोनिका वर्मा, नगर निगम भिलाई चरोदा के आयुक्त दशरथ राजपूत, एसडीएम दुर्ग हरवंश सिंह मिरी, संयुक्त कलेक्टर मुकेश रावटे एवं विरेन्द्र सिंह, सभी एसडीएम, सभी जनपद सीईओ, नगरीय निकायों के सीएमओ सहित समस्त विभाग के जिला प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
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