इंडिया यूएनएससी में स्थायी सदस्यता का हकदार... भारत के पड़ोसी देश ने किया खुला समर्थन

वॉशिंगटन: भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने संयुक्त राष्ट्र में भारत की जमकर तारीफ की। महत्वपूर्ण आर्थिक वृद्धि और ग्लोबल साउथ में नेतृत्व का हवाला देते हुए उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में स्थायी सीट के लिए भारत की दावेदारी का समर्थन किया। भूटान के प्रधानमंत्री शुक्रवार को जब संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र को संबोधित कर रहे थे, तब उनकी यह टिप्पणी आई है। भूटान के विकास का भागीदार बनने के लिए प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने भारत का धन्यवाद दिया।

शेरिंग ने कहा कि भूटान यूएनएससी में सुधार का मुखर समर्थक रहा है, जो एक अधिक प्रतिनिधि और प्रभावी निकाय पर जोर दे रहा है। उन्होंने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र को आज की दुनिया की वास्तविकताओं को पूरा करने के लिए विकसित होना चाहिए। सुरक्षा परिषद अतीत का अवशेष है। हमें एक ऐसी परिषद की जरूरत है जो वर्तमान जियोपॉलिटिक्स और आर्थिक परिदृश्य को प्रतिबिंबित करे। भूटान ने लंबे समय से इसकी वकालत की है।'

भारत स्थायी सीट का हकदार

उन्होंने कहा, 'भारत अपने महत्वपूर्ण आर्थिक विकास और ग्लोबल साउथ में नेतृत्व के साथ सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट का हकदार है। इसी तरह जापान जो एक प्रमुख दानकर्ता और शांति निर्माता है वह भी स्थायी सदस्यता की गारंटी देता है।' उन्होंने भूटान के विकास की यात्रा में समर्थन के लिए भारत का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, 'मैं अपने सबसे करीबी दोस्त और पड़ोसी भारत के प्रति अपना हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहता हूं। वे हमारी विकास यात्रा की शुरुआत से ही हमारे साथ रहे हैं और अपने समर्थन और दोस्ती में दृढ़ रहे हैं।'

भारत को मिल रहा समर्थन

भारत लंबे समय से विकासशील दुनिया के हितों के बेहतर प्रतिनिधित्व के लिए सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट की मांग कर रहा है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की ओर से लगातार भारत को समर्थन मिल रहा है। यूएनएससी 15 सदस्य देशों से बना है, जिसमें वीटो पावर वाले 5 स्थायी सदस्य है। वहीं बाकी 10 सदस्य दो वर्षों के कार्यकाल के लिए चुने जाते हैं। यूएनएससी के पास स्थायी सदस्यों में चीन, यूके, फ्रांस, रूस और अमेरिका शामिल है। इससे पहले फ्रांस और अमेरिका ने भी भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया था।

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