भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा शुरू की गई सुरक्षा संस्कृति परिवर्तन पहल के हिस्से के रूप में मानक सीएफटी इस इंटरवेंशन का एक महत्वपूर्ण मूलभूत कार्यक्षेत्र है। सीएफटी मानकों के अंतर्गत, कुल 11 तकनीकी मानक हैं, जो संयंत्र के अंदर सुरक्षित वातावरण और कार्य संस्कृति बनाये रखने में मौलिक रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कार्यस्थल पर विभिन्न मानकों के कार्यान्वयन पर चर्चा करने और इसे समझने तथा इसमें प्रत्येक व्यक्ति को शामिल करने के लिए, अगले स्तर तक ले जाने के उद्देश्य से भिलाई प्रबंधन विकास केंद्र (बीएमडीसी), सेक्टर-7 में 21 सितम्बर 2024 को लार्ज ग्रुप इंटरेक्शन सत्र आयोजित किया गया। सुरक्षा मानकों पर आयोजित इस लार्ज ग्रुप इंटरेक्शन की अध्यक्षता, कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार ने की। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (लौह) तापस दासगुप्ता सहित 28 मुख्य महाप्रबंधक/विभागाध्यक्ष, जो अपने-अपने क्षेत्रों के डीआईसी हैं वे भी आयोजन में उपस्थित थे।
साथ ही मानक कार्यान्वयन के लिए उनके 28 एसपीओसी (सिंगल पॉइंट ऑफ कॉन्टेक्ट) भी उपस्थित थे। इन सुरक्षा मानकों को लागू करने में अनुकरणीय प्रतिबद्धता और प्रदर्शन प्रदर्शित करने वाले डीआईसी को इस अवसर पर सम्मानित किया गया, जिसके अंतर्गत मानक सीएफटी के तहत, तकनीकी मानकों के ग्यारह श्रेणियों में पुरस्कार दिए गए। जबकि मानक सीएफटी के समग्र कार्यान्वयन के लिए शीर्ष पांच डीआईसी को सम्मानित किया गया। डीआईसी-3 और डीआईसी-6 (ईएमडी और शॉप्स) को 'सीमित स्थान' श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ मानक कार्यान्वयन के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जबकि ईएमडी के डीआईसी-3 ने ‘कार्य करने की अनुमति’ श्रेणी में पुरस्कार जीता।
डीआईसी-6 और डीआईसी-25 (शॉप्स और सेवाएं) को ‘विद्युत सुरक्षा’ श्रेणी में, डीआईसी-3 (ईएमडी) को ‘ऊंचाई पर कार्य करने’ की श्रेणी में, डीआईसी-24 (आरईडी) को ‘एनर्जी आइसोलेशन’ श्रेणी में, डीआईसी-3 (ईएमडी) को ‘बैरिकेडिंग और साइनेज’ श्रेणी में, डीआईसी-18 (टी एंड डी) को ‘पीपी एंड ई’ श्रेणी में, डीआईसी-10 (आरएमपी) को ‘इल्युमिनेशन’ श्रेणी में, डीआईसी-3 (ईएमडी) को ‘एचआईआरए और जेएसए’ श्रेणी में, डीआईसी-14 मैकेनिक को ‘स्टोरेज और हैंडलिंग’ श्रेणी में सम्मानित किया गया। ‘बेल्ट कन्वेयर’ श्रेणी के संचालन एवं रखरखाव में सर्वोत्तम मानक कार्यान्वयन का पुरस्कार डीआईसी-20 (एसएमएस-3) को मिला। मानकों के समग्र कार्यान्वयन के लिए शीर्ष पांच डीआईसी में, डीआईसी-03 (ईएमडी) को सर्वश्रेष्ठ डीआईसी श्रेणी में प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
जबकि डीआईसी-14 (मैकेनिकल) और डीआईसी-20 (एसएमएस-3) ने सर्वश्रेष्ठ डीआईसी श्रेणी में क्रमशः दूसरा और तीसरा पुरस्कार जीता। डीआईसी-06 (शॉप्स) ने असाधारण प्रदर्शनकर्ता-1 श्रेणी में पुरस्कार जीता, जबकि डीआईसी-25 (सेवाएं) ने मानक कार्यान्वयन के लिए असाधारण प्रदर्शनकर्ता-2 का पुरस्कार जीता। अंजनी कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि आज हम अपने कार्यस्थलों में सुरक्षा मानकों को लागू करने के महत्वपूर्ण महत्व पर जोर देने के लिए यहां एकत्र हुए हैं। सुरक्षा केवल एक चेकलिस्ट नहीं है, यह एक संस्कृति, एक मानसिकता और एक जिम्मेदारी है, जिसे हम सभी को साझा करना चाहिए। सुरक्षा न केवल हमारी अपनी भलाई को प्रभावित करती है, बल्कि हमारे सहकर्मियों, परिवारों और समुदायों को भी प्रभावित करती है।
सुरक्षा मानकों को स्थापित करने का पहला और सबसे महत्वपूर्ण कारण दुर्घटनाओं और चोटों को रोकना है। जोखिमों को कम करके और संभावित खतरों की पहचान करने के लिए एक सक्रिय दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है, इससे पहले कि वे दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं का कारण बनें। दूसरा कारण है कि सुरक्षा मानक, उत्पादकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एक सुरक्षित कार्य वातावरण कर्मचारियों को अनावश्यक भय या विकर्षणों के बिना अपने कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने की अनुमति देता है।
हमारे संगठन के लिए एक मजबूत प्रतिष्ठा बनाने के साथ-साथ, यह हमारे ग्राहकों, निवेशकों और भागीदारों की नज़र में विश्वास भी बनाता है। अंजनी कुमार ने कहा, सुरक्षा में मानकीकरण सरकार और नियामक निकायों द्वारा निर्धारित कार्यस्थल सुरक्षा के सख्त नियमों का कानूनी अनुपालन भी सुनिश्चित करता है, जिनका पालन न करने पर गंभीर दंड या कानूनी कार्रवाई हो सकती है। इसलिए मैं सुरक्षा मानकों के अनुपालन में लगे हर लीडर से आग्रह करता हूं, कि वे अपने कार्यस्थल पर काम के निष्पादन के दौरान ग्यारह मानकों को विवेकपूर्ण तरीके से अपनाएं।
0 Comments