रायपुर। आंबेडकर अस्पताल में 700 बेड की अतिरिक्त बिल्डिंग मरीजों के लिए संजीवनी बनने वाली है। सीजीएमएससी ने शुक्रवार को बिल्डिंग निर्माण के लिए 231 करोड़ रुपए का ई-टेंडर जारी कर दिया। अस्पताल बिल्डिंग दो साल में बनने की संभावना है। इसके बनने से मरीजों की सुविधा बढ़ जाएंगी।
ऑब्स एंड गायनी व पीडियाट्रिक्स विभाग इसी बिल्डिंग में होंगे। इससे मुख्य अस्पताल के करीब 250 बेड खाली होंगे। इसका उपयोग मेडिसिन, साइकेट्री व दूसरे विभाग के लिए किया जा सकेगा। अस्पताल में भी बेड की संख्या 1252 से बढ़कर 1952 हो जाएगी।
डीकेएस में सुपर स्पेश्यालिटी विभाग शिफ्ट होने के बाद भी आंबेडकर अस्पताल व डीकेएस में बेड की कमी बनी हुई है। डीकेएस का विस्तार अभी संभव नहीं है। हालांकि पेइंग वार्ड को जनरल मरीजों के लिए खोला जा रहा है। आंबेडकर में खासकर मेडिसिन व गायनी वाले मरीजों के लिए बेड की कमी बनी रहती है।
चूंकि यह प्रदेश का सबसे बड़ा रेफरल सेंटर है इसलिए प्रदेशभर के मरीज यहां रेफर होते हैं। इसलिए बेड की कमी हो जाती है। एम्स से रोजाना 20 से ज्यादा मरीज रेफर होते हैं। यही नहीं निजी अस्पतालों से भी यहां मरीज भेजे जाते हैं। नई बिल्डिंग बनने के बाद यह समस्या खत्म होने की उम्मीद है।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा करना पहली प्राथमिकता है। नई बिल्डिंग के बनने से प्रदेशभर से आने वाले मरीजों की सुविधा बढ़ जाएगी। बेड की कमी भी दूर हो जाएगी। यह प्रदेश का सबसे बड़ा सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल बन जाएगा।
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