टीबी को समूल नष्ट करने के लिए नि-क्षय निरामय कार्यक्रम कर रह आयोजन


सूरजपुर।  टीबी को समूल नष्ट करने के लिए स्वास्थ्य विभाग और पिरामल फाऊंडेशन अथक प्रयास कर रहा है। जिला कलेक्टर एस जयवर्धन के दिशा-निर्देशन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कपीलदेव पैकरा तथा जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ जे एस आर सरूता के नेतृत्व में नि-क्षय निरामय कार्यक्रम का क्रियान्वयन जिला सूरजपुर किया जा रहा है।

जिसके अन्तर्गत आयुष्मान आरोग्य मंदिर मेण्ड्रा एवं पिरामल फाऊंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में मिडिल स्कूल मेण्ड्रा विकासखण्ड प्रेमनगर के बच्चों को टीबी मुक्त भारत की सपथ लिया।



इस अवसर पर आयुष्मान आरोग्य मंदिर के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी जागृति सिंह ने कहा कि टीबी की बिमारी हवा के माध्यम से फैलती है। एक टीबी पेशेन्ट खांसता - छींकता है तो टीबी की बैक्टीरिया हवा में फैलती जाती है। वहां यदि स्वस्थ व्यक्ति सम्पर्क में है तो वह भी संक्रमित हो जाता है।इस संक्रमण को रोकने के लिए पंचायत के ज्यादा से ज्यादा सम्भावित लोगों को जांच होना चाहिए। एक हजार के पापुलेशन में तीस लोगों का जांच हो और किसी भी व्यक्ति को टीबी की पुष्टि नहीं होने पर वह पंचायत टीबी मुक्त बन सकता है।



पिरामल फाऊंडेशन के जिला कार्यक्रम अधिकारी महेन्द्र तिवारी ने कहा कि टीबी मुक्त पंचायत के निर्माण से व्यक्ति और समाज दोनों को फायदा है।

संक्रमण की भय से मुक्ति के लिए आपने आस-पास के सम्भावित व्यक्तियों का बलगम जांच करवाने में मदद करे। पिरामल फाऊंडेशन के जिला कार्यक्रम समन्वयक राज नारायण द्विवेदी ने टीबी के सम्भावित लक्षण, उपचार, जांच, ब्लॉक और जिला स्तर पर उपलब्ध सेवाओं के विषय में जानकारी दिया। आभार प्रदर्शन शाला के प्राचार्य ने किया। कार्यक्रम का संचालन रोजगार सहायक प्रमिला साहु ने किया।

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