भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट के स्टील मेल्टिंग शॉप एसएमएस-3 विभाग की जनरल मैनेजर पुष्पा एंब्रोस की पहली पुस्तक 'फ्रॉम प्रिंसिपल्स टू प्रैक्टिस का विमोचन शुक्रवार को स्टील क्लब में किया गया। अंग्रेजी में लिखी गई इस पुस्तक का विमोचन बीएसपी के पूर्व कार्यकारी प्रमुख विनोद कुमार अरोरा व उपस्थित विशिष्ट अतिथियों ने किया। पुस्तक का हिंदी में अनुवाद भी शुरू हो चुका है। केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री प्राप्तकर्ता लेखिका पुष्पा एंब्रोस ने अपनी इस किताब में संस्थागत स्तर पर कार्यस्थल और आम जनजीवन में नैतिकता से जुड़े विभिन्न उदाहरणों का उल्लेख करते हुए इनका सटीक तौर पर विश्लेषण किया है।
आयोजन में मुख्य अतिथि विनोद कुमार अरोरा ने कोक ओवन विभाग में उनके अधीनस्थ अफसर रही लेखिका पुष्पा एम्ब्रोस के व्यक्तित्व पर अपनी बात रखते हुए कई मिसालें दी। उन्होंने बताया कि कैसे उनके विभाग में एक हादसे के दौरान पुष्पा एम्ब्रोस पूरी मुस्तैदी से कार्यस्थल पर डटी हुई थी। उन्होंने कहा कि आम जनजीवन से लेकर समाज के हर हिस्से में नैतिकता का समावेश होना चाहिए और सटीक उदाहरणों के माध्यम से लेखिका ने अपनी किताब में इसे बखूबी उकेरा है।आयोजन में विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित फादर जॉन जेवियर, बीएसपी ऑफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव परविंदर सिंह, सीओसीसीडी के पूर्व सीजीएम राजीव श्रीवास्तव, पत्रकार एवं लेखक मुहम्मद जाकिर हुसैन तथा फादर साबू ने भी लेखिका के व्यक्तित्व और कृतित्व पर अपने विचार भी रखे।
समारोह में लेखिका पुष्पा एम्ब्रोस ने बताया कि उन्हें पुस्तक लिखने की प्रेरणा दिवंगत माता-पिता ग्रेसी चेरियन और के. जे चेरियन से मिली। शुरुआत में अपने अच्छे-बुरे अनुभवों को लिखा। करीब बीस पन्ने लिखने के बाद उन्हें लगा कि इसे यहीं छोड़ देना चाहिए, क्योंकि वे जॉब में हैं। इसी बीच उनकी माता गुजर गईं और उन्होंने लिखने का विचार त्याग दिया। फादर जॉन ने उन्हें सलाह दी कि वे दिवंगत माँ को श्रद्धांजलि देने के रूप में लेखन जारी रखें। उन्होंने दोबारा लिखना शुरू किया, इस तरह यह पुस्तक पूर्ण हुई। लेखिका ने संपूर्ण रचनाक्रम में अपने पति ज्यूड फ्रांसिस के विशिष्ट योगदान का भी उल्लेख किया।
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