रायपुर। सेजबहार में कमल देवांगन परिवार द्वारा आयोजित श्री शिव महापुराण की कथा का शनिवार को पंचम दिवस रहा। लाखों भक्तों को शिव कथा का रसपान कराते हुए अंतरराष्ट्रीय कथाकार पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने बताया कि भगवान शिव शंकर अवघड़दानी हैं। वह सब कुछ भक्तों को बांटते हैं और खुद बिना सुख सुविधा के रहते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी पूजा पाठ यज्ञ अनुष्ठान में भगवान शंकर को 'भाग' देना जरूरी रहता है। यदि भगवान शंकर को भाग नहीं मिला तो वह यज्ञ निष्फल रहता है। इसलिए हर पूजा पाठ में यज्ञ में भगवान शंकर को भाग देना जरूरी है। दक्ष प्रजापति ने भी भगवान शंकर को उनका भाग नहीं दिया और उनका अपमान किया। इसलिए उनका यज्ञ सफल नहीं हुआ और विध्वंस हो गया।
आचार्य मिश्रा ने कहा कि बेटी और बेटा मे फर्क नहीं करना चाहिए। एक पत्र का उदाहरण देते हुए महाराज श्री ने बताया कि एक माताजी की दो बेटी थी तो लोग उन्हें ताने देते थे। वंश बढ़ाने वाले कोई नहीं है कहकर उनको ताना मारते थे। ऐसे में उस माता ने भगवान भोलेनाथ पर विश्वास करके पांच पंडाल में कथा सुनी और भगवान भोलेनाथ की कृपा से उन्हें दो पुत्र की प्राप्ति हुई। दोनों ही पुत्रों को महाराज श्री ने सेज बहार की कथा स्थल पर आशीर्वाद देने के लिए मंच पर बुलाया और महाराज श्री ने कहा कि बेटा तो केवल एक ही कुल को तारता है लेकिन बेटियां दोनों कुल को तारती हैं। इसलिए बेटी और बेटा में फर्क नहीं करनी चाहिए।
मारकंडेय जी की कथा बताते हुए प्रदीप मिश्रा जी ने कहा कि मारकंडेय जी की आयु बहुत कम थी उनके पिता ने भगवान शंकर की तपस्या आराधना करने के लिए मारकंडेय जी से कहा मारकंडेय जी ने अंतिम समय तक भगवान शंकर के शिवलिंग को पकड़ कर आराधना करते रहे जब तक उनके मुख में भगवान शिव का नाम था तब तक यमराज भी उनके यहां आने से डरते थे। फिर भी यमराज ने मारकंडेय को डसना शुरू किया तभी वहां पर भगवान भोलेनाथ प्रकट हुए और काल को भोलेनाथ ने अपने पैरो से मारा तभी से भगवान भोलेनाथ का नाम कालांतक पड़ा और भगवान भोलेनाथ ने मारकंडेय को जो अल्पायु था उनको सदा सर्वदा के लिए कॉल मुक्त कर दिया।
""भक्तों को आयोजक परिवार ने अपने हाथों से कराया भोजन""
सेजबहार में आयोजित श्री शिव महापुराण की कथा में रोज लाखों भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन किया जा रहा है रोज ही भंडारे में लाखों भक्त जाकर भोजन प्रसादी ग्रहण कर आयोजक परिवार को आशीर्वाद प्रदान कर रहे हैं। आयोजन समिति के प्रमुख कमल देवांगन और डॉक्टर ओमप्रकाश देवांगन द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि शिव कथा आयोजन समिति में लगभग 35 विभाग बनाए गए थे, जिसमें से महत्वपूर्ण विभाग भजन और भंडारे का रहता है जिसमें लाखों भक्त रोज भंडारे का भोजन प्रसादी ग्रहण कर रहे हैं। भोजन की व्यवस्था के लिए अधिक से अधिक संख्या में भोजशाला प्रभारी के साथ ही वहां पर भोजन पकाने वाले, भोजन खिलाने वाले शिव भक्त स्वयं सेवा में लगे हुए हैं।
प्रदेश और भारतवर्ष से आए भक्त रात दिन कर रहे भोलेनाथ का भजन..... शुक्ला
आयोजन समिति के मीडिया विभाग से मिली जानकारी के अनुसार श्री शिव महापुराण की कथा की शुरुआत के पहले भक्तों का कथा स्थल पर आना शुरू हो चुका था और छत्तीसगढ़ के साथ अन्य कई राज्यों से ऐसे बहुत से भक्त कथा स्थल पर पहुंच गए थे जो रात और दिन कथा स्थल पर ही भोलेनाथ के भजन और कीर्तन करते हुए समय व्यतीत कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ के कई जिलों से भक्त कथा स्थल पर ही रह रहे हैं। रात में भजन कर आराम और दिन में भगवान की भक्ति के साथ ही कथा का श्रवण पान करते हैं। ऐसे ही छत्तीसगढ़ के अलावा आसपास के कई राज्यों से भक्त सेजबहार स्थित कथा स्थल पर पहुंचकर वहीं अपना समय गुजार रहे हैं और भगवान भोलेनाथ की भक्ति में भजन कीर्तन करते हुए कथा का श्रवण करते हुए भोले की मस्ती में झूम रहे हैं। कई-कई भक्त ऐसे हैं जिन्होंने संकल्प ले रखा है कि कोई पांच कथा पंडाल में कथा का श्रवण करेंगे, तो कोई 10 कथा पंडाल में कथा का श्रवण करेंगे ऐसे भी भक्त कथा स्थल पर पहुंचे हुए हैं।
शनिवार को पंचम दिवस प्रमुख रूप से केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, विधायक पुरंदर मिश्रा, विधायक संपत अग्रवाल, संगठन मंत्री पवन साय, के साथ प्रदेश भर से आए साधु, संत, महंत विशेष रूप से कथा में मौजूद रहे।
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