रायपुर। रायपुर पुलिस ने साइबर ठगी के एक बड़े मामले में 13 एजेंट-ब्रोकर को गिरफ्तार किया है। ये लोग पैसे लेकर साइबर ठगों के लिए बैंक खाते खुलवाते थे और पैसों की हेराफेरी में शामिल थे। इस मामले में अब तक 72 लोग गिरफ्तार हुए हैं, जिनमें तीन नाइजीरियन नागरिक भी शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार, ये एजेंट-ब्रोकर साइबर ठगों के लिए बैंक खाते खुलवाते थे और पैसों की हेराफेरी में शामिल थे। इन खातों में ठगी के पैसे आते थे, जिन्हें ये आरोपी ठगों के मुताबिक इधर से उधर ट्रांसफर करते थे।
पुलिस ने आरोपियों के खातों में करीब 2 करोड़ रुपये होल्ड कराए हैं। इस मामले में पुलिस ने कई अन्य लोगों से भी पूछताछ की है, जिन्होंने ठगों को कमीशन बेसिस पर अपने खाते उपलब्ध करवाए थे।
रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्रा के निर्देश पर पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई की है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज की है।
गिरफ्तार आरोपियों में अजय सोनी, राहुल वर्मा, पारुल वर्मा, नीलकंठ साहू, शुभम शर्मा, वीरेंद्र पटेल शामिल है।
इसके अलावा हरमीत सिंह मक्कड़, राजेश निषाद, रिजवान खान, विजय टेकचंदानी, साकेत सिंह ठाकुर, संदीप साहू और अमित देवांगन को भी गिरफ्तार किया गया है। इनमें से ज्यादातर आरोपी रायपुर के ही रहने वाले हैं।
आरोपियों ने बैंक अकाउंट खुलवाने, फर्जी शेयर ट्रेडिंग, क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट, गूगल रिव्यू टास्क, टेलीग्राम टास्क, बैंक केवाईसी के बहाने लोगों से ठगी की। जिसकी शिकायतें पुलिस के पास पहुंची। इस मामले में 100 से अधिक पुलिसकर्मियों की 20 टीमें बनाकर पुलिस ने कई अलग-अलग ठिकानों पर रेड मारा। पुलिस ने आरोपियों के खाते में करीब 2 करोड़ रुपया होल्ड कराए हैं।
पुलिस ने 3 विदेशी नाइजीरियन नागरिकों के अलावा राजस्थान, ओडिशा समेत छत्तीसगढ़ के रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव और महासमुंद से आरोपियों की गिरफ्तारी की है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में ऐसे कई लोगों से पूछताछ की जा रही है, जिन्होंने ठगों को कमीशन बेसिस पर अपने खाते उपलब्ध करवाए थे।
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