धमतरी। सुशासन तिहार को लेकर लोगों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पर भरोसा जताया है। लोगों का कहना है कि इस सुशासन तिहार से समस्याओं का समाधान होगा, वहीं मांगें भी पूरी होंगी। साथ ही शासन-प्रशासन के समक्ष अपनी बातें रखने का मौका भी मिलेगा। जिले में सुशासन तिहार को पहले दिन से ही अच्छा प्रतिसाद मिलने लगा है। जिले के सभी सरकारी कार्यालयों, ग्राम पंचायतों, नगर पंचायतों, जनपद पंचायतों और नगर निमगों में रखे समाधान पेटी में लोग आकर अपनी मांग, समस्या और शिकायत संबंधी आवेदन डालते नजर आये। जिले में आज पहले ही दिन दो हजार नौ सौ आवेदन समाधान पेटियों में डाले गए।
कलेक्टोरेट में लगे समाधान पेटी में लाल बगीचा वार्ड से आये झाडूराम मंडावी ने पैतृक जमीन के विवाद संबंधी आवेदन प्रस्तुत किया है। मंडावी बताते हैं कि इससे पहले भी वे इस प्रकरण को लेकर लगभग विभिन्न विभागों में आवेदन किए हैं। अ बवे कलेक्टोरेट में लगे समाधान पेटी में आवेदन डाले हैं। उन्होंने प्रदेश के मुखिया साय पर भरोसा जताया और कहा कि मुझे विश्वास है कि मेरी समस्या का समाधान जरूर निकल आयेगा। मंडावी ने कहा कि यह प्रदेश सरकार की सराहनीय पहल है। वहीं समाज कल्याण विभाग द्वारा रखी गयी समाधान पेटी में अपना आवेदन देने आये तेलीनसत्ती के ओमन सिन्हा ने कहा कि वे समाज कल्याण विभाग में कार्यरत हैं और शासन की श्रमिक सम्मान राशि प्रदान करने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि विष्णु देव साय सरकार अन्य लोगों के साथ ही दिव्यांगजनों को भी समान अधिकार प्रदाय करने अवसर दे रही है, ताकि वे अपनी समस्याओं को रख सके। अब दिव्यांगजन भी अपनी बात सरकार तक आसानी से पहुंचा सकते है, जिसका यह सुशासन तिहार अच्छा माध्यम है। इस तिहार से सरकार और जनता के बीच की दूरी कम होगी। उन्होंने कहा कि हमारे संवेदनशील मुख्यमत्री मेरी समस्या को समझेंगे और आवेदन पर उचित कार्यवाही भी जरूर करेंगे। वहीं गोकुलपुर वार्ड धमतरी के उपेन्द्र साहू ने कलेक्टोरेट में रखे समाधान पेटी में आवेदन दिया। उन्होंने कहा कि नहर नाली में अमलतासपुरम के सामने से भटगांव रोड स्थित निगम शौचालय तक 40 फीट रोड एवं नाली निर्माण कराने की मांग के संबंध में आवेदन प्रस्तुत किया है। साहू काफी खुश होकर बताते हैं कि सुशासन तिहार में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सरकार द्वारा आमजनों की समस्याओं, मांग और शिकायतों संबंधी आवेदन समाधान पेटी में लिया जा रहा है, जो कि प्रशंसनीय है।
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